महाराष्ट्र:में रहने वाले लोग 31 अगस्त से गणपति महोत्सव मनाने के लिए पूरे जोर शोर से तैयारी कर रहे हैं .
'लालबागचा राजा' का फर्स्ट लुक
मुंबई में रहने वाले लोग 2020 के बाद पहली बार कोविड19 महामारी की वजह से लागू पाबंदियों से मुक्त होकर 31 अगस्त से गणपति महोत्सव मनाने के लिए पूरे जोर शोर से तैयारी कर रहे हैं. इस बीच गणेश चतुर्थी से पहले मुंबई में लालबागचा राजा का पहला लुक आया सामने आया है.
मुंबई में करीब 3,500 गणेश पंडाल सजाए जा रहे
महाराष्ट्र में 31 अगस्त से 10 दिनों तक चलने वाले महोत्सव के दौरान हजारों की संख्या में लोगों के गणपति पंडालों में आने की उम्मीद है. बृह्नमुंबई महानगरपालिका के अधिकारियों के मुताबिक, बताया कि बीएमसी को करीब 3,500 गणेश पंडाल लगाने के लिए आवेदन मिले हैं , जो पिछले साल के 2,400 आवेदनों से कहीं अधिक हैं.
फोर्ट, लालबाग, अंधेरी, चेंबूर, कुर्ला जैसे क्षेत्रों में रौनक
कोविड19 महामारी की पाबंदियों के हटने से पहले ही फोर्ट, लालबाग, अंधेरी, चेंबूर, कुर्ला जैसे क्षेत्रों में रौनक बढ़ चुकी है और बिजली के झालर की सजावट के साथ पंडालों को स्थापित करने का काम चल रहा है.
कोविड-19 महामारी के चलते लगी थीं कई पाबंदियां
बता दें कि मार्च 2020 में शुरू कोविड19 महामारी की वजह से नगर निकाय ने कई पाबंदियां लगाई थी, जिनमें गणपति प्रतिमाओं के आकार को भी सीमित कर दिया गया था . सार्वजनिक पूजा पंडालों में चार फुट ऊंची और घरों में दो फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति दी गई थी.
घरों में प्रतिमा की ऊंचाई दो फुट तक ही रखें
कोविड19 महामारी के श्रद्धालुओं की संख्या भी सीमित कर दी गई थी और सामाजिक दूरी और सेनेटाइजर मास्क के इस्तेमाल को अनिवार्य किया गया था. बीएमसी ने कहा कि प्रतिमाओं की ऊंचाई पर लगी रोक हटा दी गई है, लेकिन घरों में प्रतिमा की ऊंचाई दो फुट तक ही रखने का अनुरोध किया गया है. नगर निकाय ने विशेष परिस्थिति मानते हुए इस साल प्लास्टर पेरिस पीओपी की बनी प्रतिमाओं को भी स्थापित करने की अनुमति दी है जिनपर आमतौर पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की वजह से रोक रहती थी.
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